संस्कृति बोध परियोजना के माध्यम से छात्रों को भारतीय, संस्कृति, धर्म, इतिहास, पर्व, तीर्थ स्थलों, पवित्र नदियां – पर्वतों एवं राष्ट्रीय महापुरुषों के बारे में जानकारी अत्यंत रोचक एवं सहज पद्धति से दी जाती है । भारतीय संस्कृति एवं राष्ट्रीय एकता को पुष्पित एवं पल्लवित करने के लिए यह योजना पोषक सिद्ध हो रही है ।
“ईश्वर ही ईश्वर की उपलब्थि कर सकता है। सभी जीवंत ईश्वर हैं–इस भाव से सब को देखो। मनुष्य का अध्ययन करो, मनुष्य ही जीवन्त काव्य है। जगत में जितने ईसा या बुद्ध हुए हैं, सभी हमारी ज्योति से ज्योतिष्मान हैं। इस ज्योति को छोड़ देने पर ये सब हमारे लिए और अधिक जीवित नहीं रह सकेंगे, मर जाएंगे। तुम अपनी आत्मा के ऊपर स्थिर रहो। “
“स्वामी विवेकानंद”
© Bhartiya Shiksha Samiti, U.P, Awadh Prant. All Rights Reserved.