भारतीय शिक्षा समिति , उत्तर प्रदेश

सरस्वती कुञ्ज , निरालानगर, लखनऊ

संकुल योजना

कोठारी कमीशन के सुझावों के अनुसार एक वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला एवं माध्यमिक पाठशाला की परिधि के भीतर संकुल की स्थापना की व्यवस्था की गई है। इन संकुलों के माध्यम से शिक्षा के विस्तार को सरल बनाने की चेष्टा की गई है। यह व्यवस्था उन विद्यालयों के वातावरण को परिवर्तित करेगी जो अपने आप में एकाकी इकाई के रूप में चलते हैं। विद्या भारती ने इस प्रकल्प को न केवल स्वीकार किया है अपितु स्थानीय लोगों की भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए इसे एक नया आयाम दिया है। संकुल केन्द्रों का उत्तरदायित्व बनता है कि वह सभी संकुल इकाईयों का शैक्षणिक पोषण करें जिससे इस प्रकल्प के अच्छे परिणामों की आशा की जा सके ।

आज का सुविचार

“ईश्वर ही ईश्वर की उपलब्थि कर सकता है। सभी जीवंत ईश्वर हैं–इस भाव से सब को देखो। मनुष्य का अध्ययन करो, मनुष्य ही जीवन्त काव्य है। जगत में जितने ईसा या बुद्ध हुए हैं, सभी हमारी ज्योति से ज्योतिष्मान हैं। इस ज्योति को छोड़ देने पर ये सब हमारे लिए और अधिक जीवित नहीं रह सकेंगे, मर जाएंगे। तुम अपनी आत्मा के ऊपर स्थिर रहो। “

“स्वामी विवेकानंद”

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