भारतीय शिक्षा समिति , उत्तर प्रदेश

सरस्वती कुञ्ज , निरालानगर, लखनऊ

भारतीय शिक्षा समिति उ0प्र0

‘‘भारतीय शिक्षा समिति उ0प्र0’’ एक शैक्षणिक संस्था है। इसका कार्यालय सरस्वती  कुंज परिसर, निरालानगर-लखनऊ में स्थित है। इसकी स्थापना 1972 में हुई थी। इसका पंजीयन सोसाइटी  रजिस्ट्रेशन एक्ट 21 सन् 1960 के अन्तर्गत दिनांक 12.07.1972 में हुआ। तथा इसका पंजीकरण संख्या  381/72-73 है। इसका कार्य क्षेत्र सम्पूर्ण उ0प्र0 है। इस समिति का उद्देश्य अपनी स्मृति पत्र एवं  नियमावली में स्पष्ट किया गया है। भारतीय शिक्षा समिति अपने पंजीकृत नियमावली के अनुसार संचालित  होती है।  

कार्यवाहीः- 

भारतीय शिक्षा समिति उ0प्र0 का कार्य इस प्रकार की राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली का विकास करना है  जिसके द्वारा ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके, जो कर्तव्यनिष्ठ एवं राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत हो, शारीरिक,  

प्राणिक,मानसिक,बौद्विक एवं अध्यात्मिक दृष्टि से पूर्ण विकसित हो तथा जो जीवन की वर्तमान चुनौतियों का  सामना सफलतापूर्वक कर सके और उसका जीवन ग्रामों,वनो, गिरिकन्दराओं एवं झुग्गी झोपड़ियों में निवास  करने वाले दीन-दुखियों व अभावग्रस्त अपने बान्धवों को सामाजिक कुरीतियों,शोषण एवं अन्याय से मुक्त  कराकर राष्ट्र जीवन को समरस,सुखसम्पन्न एवं सुसंस्कृत बनाने के लिए समर्पित हो। इसके लिए भारतीय शिक्षा समिति उ0प्र0 में स्थान-स्थान पर इंटरमीडिएट स्तर तक की शिक्षा संस्थायें  संचालित करता है। तथा पहले से चल रही शिक्षा संस्थाआं े को अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उन्हे भारतीय शिक्षा समिति उ0प्र0 से संलग्न करता है। शिक्षा संस्थाओं /विद्यालयों को संचालित करने के लिए  भारतीय शिक्षा समिति एक वार्षिक कार्ययोजना का निर्माण करती है जिसके अनुसार सभी विद्यालय सुचारू रूप  से संचालित होते हैं। विद्यालय की गतिविधियों की निगरानी के लिए समिति द्वारा गठित टीम समय-समय पर  निरीक्षण करती है। तथा त्रुटियां े को दूर करने के लिए समय-समय पर आचार्यो-प्रधानाचार्यो के अभ्यास वर्ग लगाती है। गृह परीक्षाओं के प्रश्नपत्र निर्माण एवं विद्यालयों को आवश्यक साहित्य एवं स्टेशनरी उपलब्ध कराती है। छात्रों के विकास के लिए राष्ट्रीय स्तर तक की खेलकूद प्रतियोगिताऐं आयोजित करती है। विद्यालयों का वार्षिक कलैण्डर तैयार करती है। अपने कार्यो को संचालित करने हेतु  विद्यालयो से निर्धारित शुल्क (प्रान्तीय निधियॉ) प्राप्त करती है।  विद्यालयों में समर्पित अपने आचार्य बन्धुओं के सहयोग हेतु आचार्य कल्याण काष्े ा का संचालन करती है। एवं आर्थिक रूप से कमजोर विद्यालयों व ग्रामीण क्षेत्र में चल रहे अपने उद्देश्यों के अनुरूप  विद्यालयों को सहयागे प्रदान करने के लिए जन शिक्षा निधि का संचालन करती है। साथ ही शिक्षा के प्रचार-प्रसार में लगे अपने समान उद्देश्यों वाली शैक्षिक संस्थाओं का आर्थिक सहयोग करती है।

भारतीय शिक्षा समिति के बारे में

भारतीय शिक्षा समिति (बीएसएस) दुनिया के सबसे बड़े गैर-सरकारी संगठन विद्या भारती की एक राज्य इकाई है। बीएसएस शिक्षा का एक मॉडल प्रदान करने और वर्तमान जरूरतों के अनुरूप शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। यह शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से कार्यशालाओं, सेमिनारों, सम्मेलनों और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों का आयोजन करता है।

उत्तर प्रदेश अवध प्रांत में, बीएसएस 130 औपचारिक विद्यालयों और 78 से अधिक अनौपचारिक शैक्षणिक संस्थानों को संचालित करता है जिन्हें संस्कार केंद्र के रूप में जाना जाता है। भारतीय शिक्षा समिति के पास भारत के शैक्षिक परिदृश्य को सुधारने और पुनर्परिभाषित करने की 50 से अधिक वर्षों की समृद्ध विरासत है। संगठन का दृढ़ विश्वास है कि शिक्षा सामाजिक परिवर्तन के लिए एक महत्वपूर्ण उत्प्रेरक है और इस प्रकार छात्रों को गुणवत्ता और मूल्य-आधारित शिक्षा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करता है, जो भारतीय संस्कृति और इतिहास में गहराई से निहित है।

आज का सुविचार

“ईश्वर ही ईश्वर की उपलब्थि कर सकता है। सभी जीवंत ईश्वर हैं–इस भाव से सब को देखो। मनुष्य का अध्ययन करो, मनुष्य ही जीवन्त काव्य है। जगत में जितने ईसा या बुद्ध हुए हैं, सभी हमारी ज्योति से ज्योतिष्मान हैं। इस ज्योति को छोड़ देने पर ये सब हमारे लिए और अधिक जीवित नहीं रह सकेंगे, मर जाएंगे। तुम अपनी आत्मा के ऊपर स्थिर रहो। “

“स्वामी विवेकानंद”

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