लखीमपुर। सनातन धर्म सरस्वती विद्या मंदिर बालिका इन्टर कॉलेज में विद्या भारती योजनानुसार छात्राओं के सर्वांगीण विकास केउद्देश्य से एक दिवसीय संकुल स्तरीय किशोरी विकास वर्ग, वन्दना प्रमुखों का प्रशिक्षण वर्ग एवं प्रधानाचार्य समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। संकुल स्तरीय किशोरी विकास वर्ग में संकुल के 13 विद्यालयों की लगभग 150 छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वन्दना से हुआ। अतिथियों का परिचय प्रधानाचार्य श्रीमती शिप्रा बाजपेई ने कराया। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि श्री उत्तम कुमार जी, प्रान्तीय प्रमुख, संस्कृति ज्ञान परीक्षा एवं अतिथि श्री सुरेश सिंह जी, सम्भाग निरीक्षक, सीतापुर उपस्थित रहे। अपने उद्बोधन में श्री सुरेश सिंह जी ने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा का उद्देश्य बालको की शिक्षा से भिन्न व अधिक विस्तृत है क्योकि एक बालक की शिक्षा व्यक्तिगत होती है जबकि बालिका की शिक्षा पूरे परिवार को सभ्य व सुसंस्कृत बनाती है। हमारा लक्ष्य बालिकाओं का सर्वांगीण विकास है। इस हेतु विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण वर्ग आयोजित कर छात्राओं का दक्ष बनाया जाता है।
कौशल विकास हेतु उनकी रुचि के आधार पर चार प्रकार के सत्रों का आयोजन किया गया। जिसके अन्तर्गत श्रीमती रुचि तिवारी द्वारा विभिन्न प्रकार के, सिलाई के टांके बनाने की विधि बताई गई। द्वितीय सत्र शारीरिक प्रशिक्षण छात्राओं को शारीरिक एवं मानसिक रूप से तैयार करने के उद्देश्य से आत्मरक्षा का प्रशिक्षण कराटे प्रशिक्षक श्री जीतेन्द जी ने दिया, जिसे छात्राओं पूर्ण मनोयोग एवं उत्साह से सीखा। तृतीय सत्र में समाज सेविका श्रीमती नीति गुप्ता, काउंन्सलर, महिला थाना, लखीमपुर ने छात्राओं को वर्तमान सामाजिक परिवेश की चुनौतियों से परिचित कराया एवं छात्राओं को इन चुनौतियों का सामना करने की प्रेरणा प्रदान की। समापन सत्र में अतिथि के रूप में मा0 सुरेश जी, सम्भाग निरीक्षक एवं संकुल प्रमुख डा0 योगेन्द्र प्रताप सिंह जी उपस्थित रहे। संकुल प्रमुख डा0 योगेन्द्र प्रताप सिंह जी ने सम्मेलन को सफल बनाने हेतु सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
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