क्र. | नाम | दायित्व | मोबाइल नं0 |
---|---|---|---|
01 | डॉ कृष्ण मोहन त्रिपाठी | संरक्षक | 9415822107 |
02 | श्री हरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव | अध्यक्ष | 9451914515 |
03 | श्री एस0पी0 शाक्य | उपाध्यक्ष | 7007273965 |
04 | श्री विमल अग्रवाल | उपाध्यक्ष | 9415148564 |
05 | डॉ0 महेन्द्र कुमार | मंत्री | 9415110323 |
06 | श्री सौरभ मिश्र | सह मंत्री | 9415028991 |
07 | श्री ओ0पी0 सिंह | सह मंत्री | 9450741706 |
08 | श्री के0आर0 कनौजिया | कोषाध्यक्ष | 7574867007 |
“ईश्वर ही ईश्वर की उपलब्थि कर सकता है। सभी जीवंत ईश्वर हैं–इस भाव से सब को देखो। मनुष्य का अध्ययन करो, मनुष्य ही जीवन्त काव्य है। जगत में जितने ईसा या बुद्ध हुए हैं, सभी हमारी ज्योति से ज्योतिष्मान हैं। इस ज्योति को छोड़ देने पर ये सब हमारे लिए और अधिक जीवित नहीं रह सकेंगे, मर जाएंगे। तुम अपनी आत्मा के ऊपर स्थिर रहो। “
“स्वामी विवेकानंद”
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